एजेंसी, हैदराबाद। सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार दोपहर को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद के आवास पर हमला बोल दिया। टीआरएस कार्यकर्ताओं ने घर में घुसकर तोड़फोड़ की एक कार को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने हस्तक्षेप कर टीआरएस कार्यकर्ताओं को आवास से बाहर निकाला। घटना के समय सांसद आवास पर नहीं थे। राज्य भाजपा ने इस हमले की निंदा की।
जानकारी के अनुसार दोपहर को सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति के कार्यकर्ताओं ने (भाजपा) के निजामाबाद के सांसद धर्मपुरी अरविंद के जुबली हिल्स हैदराबाद स्थित आवास पर हमला बोल दिया। टीआरएस कार्यकर्ताओं ने उनके बगीचे में रखे फ्लावर पॉट तोड़े दिए और सांसद की कार को क्षतिग्रस्त कर दी गई। बाद में पुलिस ने हस्तक्षेप कर पार्टी के कार्यकर्ताओं को बाहर निकला। इस घटना के बाद दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में तनाव बढ़ गया है।
इस घटना के बाद सांसद अरविंद ने अपने आवास पर हुए हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि वे हमले के समय आवास पर नहीं थे। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी 70 साल की मां को टीआरएस कार्यकर्ताओं ने डराने धमकाने का प्रयास किया। इस हमले की केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बंदी संजय और अन्य पार्टी नेताओं ने निंदा की है। दरअसल, इस हमले के पीछे सांसद अरविंद धर्मपुरी के गुरुवार को प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकार वार्ता में दिया एक बयान माना जा रहा है। कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की पुत्री व विधान परिषद सदस्य कल्वाकुंट्ला कविता को भाजपा में शामिल होने के दिए गए कथित ऑफर को लेकर मुख्यमंत्री केसीआर ने एक बयान दिया था। केसीआर ने कहा था कि भाजपा टीआरएस को तोड़ने के लिए उसकी बेटी कविता को भाजपा में शामिल होने का प्रलोभन दिया गया। इस पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव की बेटी कविता ने एक पत्रकार वार्ता में भाजपा सांसद को चेतावनी दी थी।
इस पर कड़ी टिप्पणी करते हुए भाजपा सांसद धर्मपुरी अरविंद ने मुख्यमंत्री से सवाल किया था कि किसने कविता को भाजपा में शामिल होने का ऑफर दिया, ‘नाम बताएं। धर्मपुरी ने व्यंगात्मक लहजे में कहा था कि पिता केसीआर से नाराज होकर कविता ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को फोन कर कांग्रेस में शामिल होने के लिए कहा था। उन्होंने दावा किया कि यह जानकारी कांग्रेस के एक राष्ट्रीय महासचिव ने खुद उन्हें बताई है, लेकिन कांग्रेस ने इसे बात से इनकार कर दिया। धर्मपुरी ने कहा कि देश में जिस पार्टी की जमानतें जब्त हो रही हैं, वह कविता को पार्टी में लेने के लिए तैयार नहीं है, तो भाजपा क्यों खरीदेगी। अरविंद ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की बेटी कविता अपने पिता को धमकाने के लिए कांग्रेस से संपर्क किया है। उन्होंने कहा कि इस समय विधानसभा भंग कर चुनाव करवाए तो सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति 20 सीट से अधिक नहीं जीत पाएगी।